Artificial Intelligence kya hota hai aur kitne prakar ke hote hai.

Artificial Intelligence kya hota hai:-Hello dosto aaj main aapke liye bahut acchi jaankari lekar aaya hu jisse padne ke baad aap acche se samajh jayenge ki Artificial Intelligence kya hota hai aur kitne prakar ke hote hai. (what is artificial intelligence) इन सब के बारे में पूरी जानकारी देने वाला हूँ। 

Artificial Intelligence kya hota hai
Artificial Intelligence kya hota hai

इंसान ने technology के क्षेत्र में अपनी बुद्धि के बल पर बहुत तरक्की की है, जिसकी वजह से इंसान के जीवन में बहुत बदलाव आये हैं। जब computer का आविस्कार हुआ था, तो किसी ने मोबाइल के बारे मे सोचा भी नही था, लेकिन इसी AI (artificial intelligence) की मदद से computer हमारी जेब मे आ गया है, जिसे हम मोबाइल कहते हैं। अगर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बात करें तो पिछले कुछ सालो में AI (artificial intelligence) पर काम बहुत तेज़ी से होने लगा है। 

Computer robots, programs और machines में खुद की सोचने समझने व निर्णय लेने की छमता का विकास करना ही AI (artificial intelligence) कहलता है, जो इन्सानो की तरह सोचने समझने की क्षमता रखता है। 

AI (artificial intelligence) का सबसे आसान उदाहरण है, की हम जो कम्प्युटर के साथ chess(शतरंज) गेम खेलते हैं, तो कम्प्युटर या मोबाइल अपनी चाल स्वयं चलता है। इस गेम को बनाने मे जो programming हुई है जो AI (artificial intelligence) को समझने का आसान का उदाहरण हैं।

हाल ही में भारत सरकार के नीति आयोग और Google के बीच इस बात पर सहमति बनी है, की दोनों मिलकर भारत में AI (artificial intelligence)और मशीन लर्निंग (Machine Learning-ML) दोनो पर काम करेंगे ताकि भारत और जादा सशक्त हो सके, क्यूँ की AI (artificial intelligence) की सोचने समझने की क्षमता इंसानों से ज्यादा होती है। लेकिन भविष्य मे AI (artificial intelligence) या (Machine Learning-ML) फायदेमंद होगी या नहीं ये कोई नहीं कह सकता लेकिन अभी हम बात करते है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है, कैसे काम करता है और कितने प्रकार का होता है आदि।


    AI (Artificial Intelligence)

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस 

    हम बहुत सी मशीनो से घिरे हुए हैं, या यू कहें की हम पूरे दिन में बहुत सी मशीनों का प्रयोग करते है जैसे:- फोन, मोबाइल, computer, पंखा, कूलर, टीवी, फ्रीज आदि।
    इन सब को प्रयोग करने के लिए हमको इंसानी दिमाग या इंसान की जरूरत पड़ती है, सोचिए एक ऐसी मशीन जो बिना इंसानी मदद के अपनी सूझ बुझ से काम कर सके, हालांकि ऐसी भी मशीन होती हैं, लेकिन इनको fully automatic बनाने के लिए AI (artificial intelligence) और (Machine Learning-ML) का प्रयोग करते हैं।

     आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को सीधी भाषा में समझा जाए तो एक ऐसी machine या program जिसमे खुद की सोचने समझने और निर्णय लेने की क्षमता हो। 


    Artificial intelligence kya hota hai in Hindi

     आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस in hindi

     Artificial Intelligence (AI) कंप्यूटर साइंस का एक ऐसा आविस्कार है, जिसका काम ऐसी मशीने बनाना या प्रोग्राम design करना है, जो मनुष्यों की तरह सोच, समझ सके और कार्य कर सके। जैसे: डाटा read karna, questions का खुद से answer देना, user के according problem solve karna, आदि। 

    हाल ही में भारत सरकार की थिंक टैंक नीति आयोग और गूगल के बीच deal final हुई है, की दोनो लोग मिलकर AI (artificial intelligence) को India में और मजबूत करने के लिए काम करेंगे। ताकि भारत मे भी AI (artificial intelligence) को बढ़ावा मिले । जिस से भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की technology मजबूत हो सके। जिससे ऐसे computerized controlled robots और software बनाए जा सके, जो ह्यूमन माइंड की तरह सोच सके। इसलिए भारत मे artificial intelligence को मजबूत बनाने के लिए इस technology पर बहुत तेजी से काम किया जा रहा है।

    AI (artificial intelligence) concept हमारे लिए फ्युचर में बहुत helpful होगा, हमारे सहयोगी की तरह हमको problems से बचाने में, किसी काम को सही तरीके से करने मे हमारी मदद करेगा, की हमको क्या करना है क्या सही है इन सब मे बहुत helpful होगा।  

    1997 में AI (artificial intelligence) पर आधारित कम्प्युटर game chess (शतरंज) Russian chess grandmaster Mr. Garry Kimovich Kasparov को हरा चुका है।

      

    History of artificial intelligence

    AI का इतिहास

    Father of AI (Artificial intelligence) John McCarthy को कहा जाता है John McCarthy ने ही 1956 मे दुनिया को Artificial intelligence के बारे मे बताया था । ये एक अमेरिकी साइंटिस्ट थे। उन्होने AI के विकास के लिए एक “The Dartmouth Summer Research Project on Artificial Intelligence” नाम के सम्मेलन का आयोजन किया था जिसका मकसद ऐसे लोगो को इकट्ठा करना था जिनको automatic machine मे दिलचस्बी हो ताकि John McCarthy को उन सब लोगों की सुझाव से मदद मिल सके और वो अपना project और मजबूती से पूरा कर सकें। कई वर्षो की मेहनत के बाद AI रिसर्च सेंटर का गठन हुआ, लेकिन AI को बहुत सी परेशानी का सामना करना पड़ा जैसे की एक ऐसे सिस्टम का निर्माण करना जो बहुत कम समय मे खोज करके समस्या का समाधान कर सके और एक ऐसा सिस्टम भी बनाना था जिसमे खुद से किसी कार्य को सीखने की क्षमता हो। 

    लॉजिक थेओरिस्ट program

    1957 मे Artificial intelligence के field मे पहली सफलता मिली जब Newell और Simon द्वारा एक ऐसा program बनाया गया जो कुछ समस्यायों को हल कर सकता हो जिसे जनरल प्रॉब्लम सॉल्वर नाम दिया गया। इस से पहले 1955 में Newell और Simon ने लॉजिक थेओरिस्ट program का निर्माण किया था। 

    LISP language

    1958 में John McCarthy ने LISP language का निर्माण किया, जिसकी Artificial intelligence के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका रही। और LISP language का इस्तेमाल आज भी किया जाता है। 

    अब तक Bollywood और Hollywood में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के रूप में बहुत सी moviesबन चुकी हैं, जैसे terminator, star war, robot, robot 2.o, इन फिल्मों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस technology को दिखाया गया है, rajnikant की movie robot में तो बहुत अच्छे से बताया गया है, की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा बनें robots किस तरह अपनी सूझ बुझ का प्रयोग करता है। इन सब को देख कर हम समझ सकते है की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है।

    Types of Artificial Intelligence

    Artificial Intelligence के प्रकार  

    Artificial Intelligence कई रूप में कई प्रकार का होता है, लेकिन मशीन की क्षमता के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को 4 प्रकारों से बांटा गया हैं :- Types of AI

    • Purely Reactive Artificial Intelligence ( पूर्णतः प्रतिक्रियात्मक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)
    • Limited Memory Artificial Intelligence ( सीमित स्मृति आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)
    • Brain Theory Artificial Intelligence ( मस्तिष्क सिद्धांत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)
    • Self Conscious Artificial Intelligence ( आत्म चेतना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) 
     

    Purely Reactive Artificial Intelligence:


    यह एक बेसिक सी मशीन है क्यू की इसमे मेमोरी स्टोर नहीं की जा सकती। ये सिर्फ मशीन देख कर ही उस पर रिएक्ट करती है। जैसे- IBM ने एक chess program बनाया था जो Purely Reactive प्रोग्राम पर base था। जिसका नाम Deep Blue Chess Program था। उस chess ने 1990 के दशक के chess player Garry Casparov को हरा दिया था।

    इस Deep Blue Chess Program से हम अच्छी तरह समझ सकते है की Purely Reactive machine पूरी तरह प्रतिक्रियात्मक होती है। user की चाल को समझ कर खुद अपनी चल चलने मे सक्षम होती है।



    Limited Memory Artificial Intelligence:-

    Limited memory machine मे permanent memory स्टोर नहीं की जा सकती, क्योंकि इस में Memory कम होती है। Limited memory AI अपने decisions को लेने के लिए past memory का प्रयोग करते है। जिस से वो खुद से निर्णय लेने मे सक्षम होते हैं।

    जैसे- driver less vehicle में Limited Memory AI का इस्तेमाल किया जाता है, इस प्रकार की गाड़ियो की स्पीड, ट्रेफिक observation, speed breaker, self parking, lane change को program किया जाता है। ये मेमोरी permanent store नहीं होती है। लेकिन ये running मे होने वाले observation को स्टोर करता रहता है, और पुरानी memory को delete करता रहता है। ताकि future मे कोई accident न हो। 

    Brain Theory Artificial Intelligence ( मस्तिष्क सिद्धांत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस)

    Brain Theory Artificial Intelligence से पहले हमने Purely Reactive Artificial Intelligence और Limited Memory Artificial Intelligence के बारे में जाना इन का प्रयोग हम बहुत ज्यादा करते है। लेकिन अगर हम Brain Theory Artificial Intelligence की बात करें तो Brain Theory AI hypothetical concept है. जिस पर आज भी research जारी है।

    इसमे यह है की हम ऐसी machine या program केसे बनाए जो इंसानी व्यवहार, भावनाओं और इच्छाओं को समझ सके। इस तरह के program base मशीन बनाना बहुत typical task है। इसीलिए इस पर आज भी research जारी है। क्यू की अगर future मे मशीन को इन्सानो के बीच रहना पड़ा तो उनको इंसानी व्यवहार, भावनाओं आदि के बारे में सीखना पड़ेगा। इस प्रकार को robots या machine सिर्फ फिल्मों मे देखी जाती है रियल मे ऐसे AI नहीं हैं। 

     Self Conscious Artificial Intelligence

    इस तरह के AI मे अपनी self awareness होती है इसलिए इसको self awareness AI भी कहा जाता है। जो मनुष्य की तरह सोच सके, इन्सानो की तरह सुख-दुख, भला-बुरा, सही-गलत, ईर्ष्या-द्वेष आदि को महसूस कर सके। और साथ ही ये भी जान ने की क्षमता हो की सामने वाला इंसान क्या सोच रहा है, या सोच सकता है? इन सब के लिए इस तरह की AI पर बरसो से काम चल रहा है लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। इसलिए आबी तक दुनिया मे ऐसी मशीन नहीं आ पाई है, जो Self Conscious Artificial Intelligence पर base हो। 

    अगर भविष्य ऐसे robots बन जाए जो Self Conscious इंसानों की तरह सोच समझ सकते हो जिनमे feelings हो तो शायद इंसानों में और मशीन या robots मे फर्क खतम हो जाएगा।

    AI के 2 मुख्य प्रकार

    • Weak AI (कमजोर बुद्धिमत्ता) 
    • Strong AI (मजबूत बुद्धिमत्ता)   

     Weak AI (कमजोर बुद्धिमत्ता) 

     Weak AI को narrow AI के नाम से भी जाना जाता है, जिसे कुछ इस प्रकार से program किया जाता ही की जो सिर्फ किसी एक particular task पर की काम कर सकता है। ये बहुत ज्यादा smartly work नहीं कर सकता है, लेकिन इसे इस तरह बनाया जाता है, ताकि हमको लगे की ये बहुत स्मार्ट है। जैसे- Apple SIRI और Google voice assistance. ये दोनों particular task पर वर्क करते है मतलब की हम इनसे जितना बात करते हैं, या इनको जितना टास्क देते हैं, ये सिर्फ उतना ही work करता हैं। 

    Strong AI (मजबूत बुद्धिमत्ता)

    इस प्रकार के artificial intelligence को general AI भी कहा जाता है। ये Weak AI की अपेक्षा ज्यादा smart होते हैं, ये human brain की तरह काम कर सकते हैं। इसलिए ये difficult task को easily पूरा कर सकते हैं, लेकिन इसका अभी कोई particular example नहीं हैं। लेकिन अब AI Scientist भी Strong AI को build करने में काफी हद तक काम कर चुके हैं।  

    AI technology के उदहारण  

    अब हम artificial intelligence kya hota hai मे पढ़ते है AI technology के उदहारण के बारे में।

    आज artificial intelligence का उपयोग हर field मे बढ़ता जा रहा है। ये वेज्ञानिकों के लिए बहुत बड़ा achievement है। फ्युचर के लिए artificial intelligence एक वरदान साबित हो सकता है, लेकिन आज भी artificial intelligence बहुत जगह इस्तेमाल होता है।  

    Siri 

    ये सिर्फ apple द्वारा बनाया गया voice assistance program है इसमे user बोल कर कुछ भी पूछ सकता है, या अपने iphone या ipad से कुछ भी काम करा सकता है।

    apple siri
    apple siri
     इसमे human language को समझने के लिए मशीन लर्निंग का प्रयोग किया जाता है। लेकिन अब siri की तरह alexa और Google assistant भी है।  


    Tesla

    Tesla एक electric car manufacturing company है, जिसमे cars को fully automatic और driver less बनाने के लिए artificial intelligence का प्रयोग किया जाता है।

    automotive tesla
    automotive tesla
     driver less car के system ये इस तरह की programming की जाती है, की car अपने आप Break, parking, speed, traffic rule, lane change आदि काम अपने आप करती है।

    Google  

    आज कल इंटरनेट में सबसे ज्यादा artificial intelligence को Google इस्तेमाल करता है, 

    google assistant
    google assistant
     इसलिए हम you tube पर जो भी सर्च करते हैं, आगे से नोटिफ़िकेशन उसी के आने लगते है education के बारे मे अगर आप search करते हैं, तो category wise show होने लग जाता है, जो हम सर्च करते हैं उसके adds आना सुरू हो जाता है। ये सब भी artificial intelligence के माध्यम से किया जाता है। 

     

    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे और नुकसान  

     हम इस बात को बिल्कुल नजरंदाज नहीं कर सकते की हम सब की ज़िंदगी मैं Artificial Intelligence ने अपनी जगह ले रखी है। हम धीरे धीरे इसके आदि होते जा रहे हैं, हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए Artificial Intelligence को और ज्यादा advance बनाया जा रहा है। या यू कहे की हम इसके आदि हो रहे हैं, और ये चाहते हैं की ये और ज्यादा smart हो जाए, ताकि हमारे सारे काम और आसान तरीके से हो जायें। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो हम AI मशीन के आदि हो जाएंगे जो अच्छी बात नहीं है।

    Advantage of Artificial Intelligence

    कृत्रिम बुद्धि के फायदे  

    अब हर क्षेत्र मे Artificial Intelligence का प्रयोग किया जा रहा हैं, जैसे Education System, Healthcare Sector, Finance Sector, Manufacturing, Surveillance, Space Exploration यहा तक की Daily Life मे हम AI का बहुत ज्यादा प्रयोग करने लगे हैं । home appliances भी अब Artificial Intelligence base आने लगे हैं । घर की सुरक्षा भी Artificial Intelligence के भरोसे कर रखी है। कार भी driver less आने लगीं हैं जो Artificial Intelligence base हैं हम अपने गंतव्य को CAR में feed करते हैं और कार हमको अपने आप पाहुचा देती हैं । कुल मिलाकर कर AI हमारे जीवन का हिस्सा बन चुका हैं, और future मे तो शायद हम इसके बिना रह भी न पायें, AI के प्रयोग से हमारे जीवन को बहुत आराम दायक बना दिया हैं ।  

    Disadvantages of Artificial Intelligence

    कृत्रिम बुद्धि के नुकसान


    Artificial Intelligence के जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान भी हैं। जब से production companies मे production robots मशीन का प्रयोग होने लगा है तब से बेरोजगारी की समस्या में इजाफा हुआ है। क्यू की ऑटोमैटिक machine robots कई आदमियों का काम अकेले कर लेती हैं, वो भी efficiency के साथ। जैसे की हम ने ऊपर पढ़ा की Artificial Intelligence के हम आदि हो चुके हैं, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो एक दिन Artificial Intelligence हम पर हावी हो जाएगा, और हमारे order का पालन भी नहीं करेगा। जिस से मानव जाति को बहुत बड़ा नुकसान है। इसलिए हमको AI पर ज्यादा depend नहीं होना चाहिए।   

     

    Elon Musk ने भी कहा है की अगर AI गलत हाथो मे चला गया तो ये technology भारत के भविष्य के लिए खतरा साबित हो सकती है।

    Conclusion

    दोस्तों आज इस artificial intelligence article में हमने जाना की Artificial Intelligence kya hai in hindi के बारे में जाना। अब आपको समझ आ गया होगा की Artificial Intelligence (AI) क्या है? (What is Artificial Intelligence in Hindi) अगर हम अच्छे से सोचें तो समझ पाएंगे की Artificial Intelligence future में कुछ भी करने में सक्षम होगा। और आम आदमी के दिमाग से भी जादा बेहतर साबित होगा। उम्मीद करता हूँ आपको ये पोस्ट जरूर अच्छी लगी होगी। अगर ये पोस्ट आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ निचे दिए गए social media handle button से ज़रूर share करें। दोस्तों हमारे द्वारा दी गयी जानकारी में हमसे कोई भी कमी हुई हो तो निचे दिए गए कमेंट बॉक्स में इस पोस्ट के बारे में जरूर बताएं की आपको ये दी गई जानकारी कैसी लगी धन्यवाद।